गणपति ध्यान धरूँ मैं भजन के बोल

(सामूहिक)
गणपति ध्यान धरूँ मैं,
मोदक प्रिय गणराजा।
संकट हरने वाले,
विघ्न हरन गजानन राजा।
(एकल)
मूषक वाहन तेरे,
सिंदूरी तन प्यारा।
लंबोदर गजमुख तेरे,
हर भक्त को सहारा।
गणपति ध्यान धरूँ मैं,
मोदक प्रिय गणराजा।
चतुर्भुज रूप निराला,
सिद्धि-विनायक तेरा नामा।
लड्डू भोग लगाए,
सब तेरा गुणगान गाएं।
गणपति ध्यान धरूँ मैं,
मोदक प्रिय गणराजा।
(सामूहिक)
गौरी पुत्र कहाए,
शिव के राजदुलारे।
तेरे चरणों में सब,
अपना शीश झुकाए।
गणपति ध्यान धरूँ मैं,
मोदक प्रिय गणराजा।
(एकल)
प्रथम पूज्य तुझे मानूँ,
हर पूजा की शोभा।
तू ही विघ्न हटाए,
सारे कष्ट मिटाए।
गणपति ध्यान धरूँ मैं,
मोदक प्रिय गणराजा।
(अंत)
गणपति बप्पा मोरया,
तू सदा हमारे संग।
कृपा दृष्टि बनाए रखना,
कर देना जीवन धन्य।
गणपति ध्यान धरूँ मैं,
मोदक प्रिय गणराजा।