यहाँ “जय जय शिव शंकर” भजन के संपूर्ण बोल दिए गए हैं:
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
केसरिया है लिबास, भक्तों का है ये ताज
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
भोलेनाथ की महिमा भारी, त्रिशूलधारी, डमरू वारी
हर हर महादेव का नारा, करते भक्त तुम्हारा सहारा
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
चढ़े गंगा का जल, भस्म का शृंगार
भक्तों के भोले, करते बेड़ा पार
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
माथे पर चंद्र शोभे प्यारा, जटाओं में गंगा धारा
हर दिल में है शिव का डेरा, भक्तों के तुम हो सहारा
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
भक्तों की हर पीड़ा हरते, संकट के पल में साथ रहते
सच्चा नाम जो जपे तुम्हारा, उसकी नैया तुम पार लगाते
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
ओम नमः शिवाय का जाप करें, हर घर में उजियारा करें
सत्य और धर्म का पालन कर, जीवन मंगलमय कर दें
जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकड़
यह भजन भगवान शिव की महिमा और उनके प्रति भक्तों की श्रद्धा का प्रतीक है। इसे गाने से मन को शांति और भक्ति का अनुभव होता है। 🙏