देवों के देव गजानन भजन के बोल

(सामूहिक)
देवों के देव गजानन,
संकटनाशक गजानन।
मंगलमूर्ति गजानन,
सिद्धिदायक गजानन।
(एकल)
गजमुख का रूप निराला,
सबसे प्यारा, सबसे न्यारा।
रिद्धि-सिद्धि के हो दाता,
हर पल करते सबका सहारा।
देवों के देव गजानन,
संकटनाशक गजानन।
मूषक वाहन पे विराजे,
लड्डू भोग को मन भाए।
गौरी नंदन, शिव के प्यारे,
तेरा ही गुणगान गायें।
देवों के देव गजानन,
मंगलमूर्ति गजानन।
(सामूहिक)
सुखकर्ता दुःखहर्ता,
सबके कष्ट मिटाते।
श्रद्धा से जो भजे तुम्हें,
सारे विघ्न हटाते।
देवों के देव गजानन,
सिद्धिदायक गजानन।
(एकल)
प्रथम पूज्य हे गणनायक,
तेरा आदर हर पूजा में।
शिव शंकर के राजदुलारे,
तेरा वास हर हृदय में।
देवों के देव गजानन,
संकटनाशक गजानन।
(सामूहिक)
मोदक प्रिय है तुम्हें अर्पण,
मंगल कार्य में तेरा वंदन।
जय जयकार गूंजे हर ओर,
गणपति बप्पा मोरया संग।
देवों के देव गजानन,
मंगलमूर्ति गजानन।
(अंत)
जय गणपति बप्पा मोरया,
तेरी कृपा सदा हो अमर।
सब विघ्न हर लो जीवन से,
करो कष्टों का संहार।
देवों के देव गजानन,
संकटनाशक गजानन।