यहाँ “कैलाश के वासी शिव शंकर” भजन के संपूर्ण बोल दिए गए हैं:
कैलाश के वासी शिव शंकर, भोलनाथ के प्यारे शिव शंकर
ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
हर हर भोले, हर हर भोले, ओम नमः शिवाय
नंदी पर सवार है शिव शंकर
डमरू की आवाज है शिव शंकर
त्रिशूलधारी, भस्म लगावे
जटा में गंगा धारे शिव शंकर
हर हर भोले, हर हर भोले, ओम नमः शिवाय
सर्पों की माला शिव शंकर
तांडव नृत्य करे शिव शंकर
चंद्रमा है मस्तक पर उनके
जपें भक्त सारे शिव शंकर
हर हर भोले, हर हर भोले, ओम नमः शिवाय
कैलाश के वासी, योगी राज
सत्य का प्रतीक है शिव शंकर
संसार के पालनहार वो
दुखियों के सहारे शिव शंकर
हर हर भोले, हर हर भोले, ओम नमः शिवाय
भक्तों की सुनते हैं शिव शंकर
मनवांछित फल देते शिव शंकर
जिनके हृदय में शिव का वास
वो होते हैं प्यारे शिव शंकर
हर हर भोले, हर हर भोले, ओम नमः शिवाय
कैलाश के वासी शिव शंकर, भोलनाथ के प्यारे शिव शंकर
ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
हर हर भोले, हर हर भोले, ओम नमः शिवाय
यह भजन भगवान शिव के प्रति गहरी भक्ति और श्रद्धा को व्यक्त करता है। इसे गाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और मन को शांति मिलती है। 🙏