यहाँ “शिव कैलाशों के वासी” भजन के संपूर्ण बोल दिए गए हैं:
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
शिव त्रिशूल के धारी, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
जटा में गंगा बहाए, हर हर भोले
माथे पे चंद्र सजाए, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
भस्म रमाए तन सारा, हर हर भोले
नंदी पर है सवार, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
डमरू की गूंज सुनाए, हर हर भोले
भक्तों के सब कष्ट मिटाए, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
सर्पों की माला पहने, हर हर भोले
तांडव नृत्य दिखाए, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
जो भी तेरी शरण में आए, हर हर भोले
उसके दुख सब हर जाए, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
ओम नमः शिवाय का जाप करें, हर हर भोले
जीवन मंगलमय कर दें, हर हर भोले
शिव कैलाशों के वासी, हर हर भोले
यह भजन भगवान शिव की महिमा का गुणगान करता है। इसे गाने से मन को शांति और भक्ति की अनुभूति होती है। 🙏